इस अध्याय में भगवान शिव की कृपा से गुणनिधि के कुबेर पद पर आरूढ़ होने की प्रेरणादायक कथा वर्णित है। गुणनिधि, जो पूर्वजन्म में अपने कर्मों के कारण दुखी और पापमय जीवन जी रहा था, अपनी भक्ति, तपस्या और शिव भक्ति के बल पर एक अद्वितीय स्थान प्राप्त करता है।
शिवजी की उपासना में गुणनिधि का कठोर तप, शिवलिं...